लक्ष्मण तोमर 9926261372
राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
आपात स्थिति को ध्यान में रखकर राजस्व अधिकारी पूरी तरह से मुस्तैद रहें। विषम परिस्थितियों में व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिये सभी प्रबंधन करें। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने शुक्रवार को बाल भवन के सभागार में जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक में यह बात कही। आपात स्थिति को देखते हुए जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं पटवारियों को बुलाकर आपात स्थिति से निपटने के लिये की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में दिशा-निर्देश दिए गए।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में आपात स्थिति से निपटने के लिये सभी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के साथ ही आम जनों को आपात स्थिति में क्या करना है और क्या नहीं करना है, इसकी जानकारी भी दें। इसके लिये ग्रामीण क्षेत्र की हर पंचायतों में जागरूक लोगों का समूह गठित कर उनके माध्यम से जन जागरण का कार्य भी किया जाए। राजस्व अधिकारियों की बैठक में एडीएम श्री टी एन सिंह सहित सभी राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर श्रीमती चौहान ने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से कहा है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में आपात स्थिति से निपटने के लिये सभी प्रबंधन का नेतृत्व करें। इसके साथ ही आपात स्थिति में सूचना आम लोगों तक देने हेतु सायरन की व्यवस्थायें भी करें। जब तक स्थायी सायरन स्थापित नहीं होते तब तक डीजे या अन्य माध्यमों से आमजनों तक आपात स्थिति में सूचना पहुँचाने का प्रबंधन किया जाए। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया है कि आपात स्थिति में नागरिकों को अस्थायी रूप से कहां रूकवाया जा सकता है उन स्थानों को भी चिन्हित कर उनके लिये भोजन आदि की व्यवस्था किस प्रकार की जायेगी उसका आंकलन भी करके रखें। इसके साथ ही राजस्व अधिकारी अपने-अपने वाहनों में भी टॉर्च, रस्सी एवं अन्य आवश्यक वस्तुएँ जो आपात स्थिति में लगती हैं उन्हें रखें।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने राजस्व अधिकारियों से यह भी कहा है कि आपात स्थिति में खाद्यान्न का भण्डारण न हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही पेट्रोल पंपों पर भी पर्याप्त मात्रा में स्टॉक रहे और पेट्रोल पंपों पर भी सायरन की व्यवस्था की जाए। आवश्यकता पड़ने पर जिन स्वास्थ्य केन्द्रों का उपयोग किया जा सकता है उनकी व्यवस्थायें भी ठीक-ठाक करा ली जाएं।
सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने भी अपने-अपने क्षेत्र में किए गए प्रबंधन के संबंध में जानकारी दी।